मुझे दर पे फिर बुलाना, मदनी मदीने वाले !

मुझे दर पे फिर बुलाना, मदनी मदीने वाले !

Madani Madine Wale

Naat Paak Mustafa

मुझे दर पे फिर बुलाना, मदनी मदीने वाले !
मय-ए-'इश्क़ भी पिलाना, मदनी मदीने वाले !
मुझे दर पे फिर बुलाना, मदनी मदीने वाले !

मेरी आँख में समाना, मदनी मदीने वाले !
बने दिल तेरा ठिकाना, मदनी मदीने वाले !
मुझे दर पे फिर बुलाना, मदनी मदीने वाले !

तेरी जबकि दीद होगी, जभी मेरी 'ईद होगी
मेरे ख़्वाब में तुम आना, मदनी मदीने वाले !
मुझे दर पे फिर बुलाना, मदनी मदीने वाले !

मुझे ग़म सता रहे हैं, मेरी जान खा रहे हैं
तुम्हीं हौसला बढ़ाना, मदनी मदीने वाले !
मुझे दर पे फिर बुलाना, मदनी मदीने वाले !

मेरे सब 'अज़ीज़ छूटे, मेरे यार भी तो रूठे
कहीं तुम न रूठ जाना, मदनी मदीने वाले !
मुझे दर पे फिर बुलाना, मदनी मदीने वाले !

मैं अगरचे हूँ कमीना, तेरा हूँ, शह-ए-मदीना !
मुझे क़दमों से लगाना, मदनी मदीने वाले !
मुझे दर पे फिर बुलाना, मदनी मदीने वाले !

ये मरीज़ मर रहा है, तेरे हाथ में शिफ़ा है
ऐ तबीब ! जल्द आना, मदनी मदीने वाले !
मुझे दर पे फिर बुलाना, मदनी मदीने वाले !

तेरी सादगी पे लाखों, तेरी 'आजिज़ी पे लाखों
हों सलाम 'आजिज़ाना, मदनी मदीने वाले !
मुझे दर पे फिर बुलाना, मदनी मदीने वाले !

तेरी सुन्नतों पे चल कर, मेरी रूह जब निकल कर
चले, तू गले लगाना, मदनी मदीने वाले !
मुझे दर पे फिर बुलाना, मदनी मदीने वाले !

मेरी आने वाली नस्लें तेरे 'इश्क़ ही में मचलें
उन्हें नेक तूम बनाना, मदनी मदीने वाले !
मुझे दर पे फिर बुलाना, मदनी मदीने वाले !

तेरा ग़म ही चाहे 'अत्तार, इसी में रहे गिरिफ़्तार
ग़म-ए-माल से बचाना, मदनी मदीने वाले !
मुझे दर पे फिर बुलाना, मदनी मदीने वाले !

Naat
Hamd
Manqabat
Waqiyat
Salam
Nazm
Admin: Sajid Ali
Barkati Kashana

Post a Comment