पुर क़ैफ़ हवा, पुर नूर सहर
ऐसा है मेरे सरकार का दर
सबसे अच्छा, सबसे बेहतर
ऐसा है मेरे सरकार का दर
कहते हैं यही सिद्दीक़-ओ-उमर
ऐसा है मेरे सरकार का दर
सब से अच्छा सब से बेहतर
ऐसा है मेरे सरकार का दर
हम इस के लिए ही जीते हैं
हम इस के लिए मर जाएँगे
इस दर के लिए क़ुर्बान है सर
ऐसा है मेरे सरकार का दर
सब से अच्छा सब से बेहतर
ऐसा है मेरे सरकार का दर
अब्बास ने बाज़ू कटवाए
असग़र ने गले पर तीर लिया
क़ुर्बान हुए जिस पर अकबर
ऐसा है मेरे सरकार का दर
सब से अच्छा सब से बेहतर
ऐसा है मेरे सरकार का दर
ये इश्क़-ओ-मोहब्बत की राहें
पाई है बरैली वाले ने
रखते हैं रज़ा अपने सर पर
ऐसा है मेरे सरकार का दर
सब से अच्छा सब से बेहतर
ऐसा है मेरे सरकार का दर
इस दर की ग़ुलामी वाजिब है
इस दर की मोहब्बत लाज़िम है
ये कहते रहें मेरे अख़्तर
ऐसा है मेरे सरकार का दर
सब से अच्छा सब से बेहतर
ऐसा है मेरे सरकार का दर