- गुस्ल करना
- अच्छे और साफ कपड़े पहनना
- मस्जिद में जल्दी जाने की फिक्र करना
- मस्जिद पैदल जाना
- इमाम के करीब बैठने की कोशिश करना
- अगर सफें पुर हों तो लोगों की गर्दन फलांग कर आगे न बढ़ना
- कोई फुजूल काम न करना (यानी अपने कपड़ों से और बालों से खेलने से बचना)
- जुमा का खुतबा गौर से सुनना
- इस के अलावा जुमा के दिन जो सुरह कहफ पढ़ेगा उस के लिए अर्श के नीचे से आसमान के बराबर बुलंद एक नूर ज़ाहिर होगा, जो कयामत के अंधेरे में उस के काम आएगा, और उस जुमा से पहले जुमा के तमाम छोटे गुनाह उस के मुआफ हो जायेंगे
- नबी पाक का इरशाद है के जुमा के दिन मुझ पर कसरत से दुरुद भेजा करो के दुरुद मेरे हुज़ूर पेश किया जाता है
- जुमा के दिन बालों में तेल लगाना और खुशबू का इस्तेमाल करना मसनून है